बहिरे कान के मालिक बा

झूठी शान के मालिक बा


समझत बा ऊ जितला पर

हिंदुस्तान के मालिक बा


खेती घान के मालिक बा

घर खरिहान के मालिक बा


अब परधान के बेंवत का

ऊ परधान के मालिक बा


कब्जा बा हर डीहे पर

उहे थान के मालिक बा


उहो फुंकाई आख़िर में

जे शमशान के मालिक बा


चोर लुटेरा काल्हि रहल

अब विधान के मालिक बा


सुरेश साहनी कानपुर

9451545132

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