अपनी कविताओं मे जिंदा हैं रमन।
भाव समिधाओं में जिंदा हैं रमन।।
आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं वो
आज भी गांवों में जिंदा हैं रमन।।
प्रीति का मधुमास उनके काव्य में।
पीर का आभास उनके काव्य में।।
आध्यात्म रामायण रचयिता हैं रमन
है निहित इतिहास उनके काव्य में।।
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