आर्तनाद को बोलते जन का अंतर्नाद ।

उनके मन की बात है ऐसा ही संवाद।।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है