तुम नहीं हो तो किसे याद करें ।

तुम नहीं हो तो किसे याद करें ।
तुम अगर हो तो किसे याद करें।।
दिल में यादें हैं दर्द है गम हैं
और कितना इसे आबाद करें।।
आईये दिल को तोड़ने के लिए
एक तरीका नया इज़ाद करें।।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है