>> श्री राम उपासना >> श्री राम उपासना
विद्या रम्भे विवाहे च प्रवेशे निर्ग में तथा l
संग्रामे संकटे चैव् विघ्नतस्य न जायते l l
शुक्लाम्बर धरं देवं शशि वर्ण चतुर्भुजम
lप्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्व विघ्नों पशान्तये l
उक्त मन्त्रों से 'श्री गणेश जी ' का ध्यान करने से उपरान्त निम्नलिखित मन्त्रों से 'श्री राम चन्द्र ' जी का ध्यान करें -------------------------श्री राम ध्यान मन्त्र
'' नीलाम्बुज श्यामल कोमलाड़ गम l
सीता स्मारोपित वाम भागम l
पाणौ महा सायह चारु चापं l
मामि रामं रघुवंश नाथम l l १ l l श्री राम चन्द्र रघु नायक राघ वंश lराजाधिराज रघु नन्दन राम चन्द्र lदासाहमद्य भवत शरणागतो स्मि l l २ l lध्याये दाजानु बाहु ध्रुतशर धनुषं बद्ध पद मासनस्थं lपीतं वासो वसनां नव कमल दल स्पर्धिनेत्र. प्रसन्नम lवामाड़ करूढ सीता मुख कमल मिल्लोचनं नीर दाभं lननालं कार दीप्तं दधतमु रुजटा मण्डल. राम चन्द्रम l l ३ l lलोकाभिरामं रा रडग धीरं राजीव नेत्रं रघु वंश नथम lकारुण्य रूपं करुणाकरंतं श्री राम चन्द्र शरणं प्रपधे l l ४ l lरामाय राम भद्राय राम चन्द्राय वेधसे lरघु नाथाय नाथाय सीताया पतये नमः l l ५ l l'ध्यानो परान्त क्रमश : निम्नानु सार 'आवाहन ' करें ------------------------------[First] [Prev] 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 [Next] [Last]Disclaimer | Support | Contact Us2010@All rights reserved, epurohith.comWe Accept:
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संग्रामे संकटे चैव् विघ्नतस्य न जायते l l
शुक्लाम्बर धरं देवं शशि वर्ण चतुर्भुजम
lप्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्व विघ्नों पशान्तये l
उक्त मन्त्रों से 'श्री गणेश जी ' का ध्यान करने से उपरान्त निम्नलिखित मन्त्रों से 'श्री राम चन्द्र ' जी का ध्यान करें -------------------------श्री राम ध्यान मन्त्र
'' नीलाम्बुज श्यामल कोमलाड़ गम l
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पाणौ महा सायह चारु चापं l
मामि रामं रघुवंश नाथम l l १ l l श्री राम चन्द्र रघु नायक राघ वंश lराजाधिराज रघु नन्दन राम चन्द्र lदासाहमद्य भवत शरणागतो स्मि l l २ l lध्याये दाजानु बाहु ध्रुतशर धनुषं बद्ध पद मासनस्थं lपीतं वासो वसनां नव कमल दल स्पर्धिनेत्र. प्रसन्नम lवामाड़ करूढ सीता मुख कमल मिल्लोचनं नीर दाभं lननालं कार दीप्तं दधतमु रुजटा मण्डल. राम चन्द्रम l l ३ l lलोकाभिरामं रा रडग धीरं राजीव नेत्रं रघु वंश नथम lकारुण्य रूपं करुणाकरंतं श्री राम चन्द्र शरणं प्रपधे l l ४ l lरामाय राम भद्राय राम चन्द्राय वेधसे lरघु नाथाय नाथाय सीताया पतये नमः l l ५ l l'ध्यानो परान्त क्रमश : निम्नानु सार 'आवाहन ' करें ------------------------------[First] [Prev] 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 [Next] [Last]Disclaimer | Support | Contact Us2010@All rights reserved, epurohith.comWe Accept:
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