मोर मलकिन प्रधान


गाँव -गड़ा में मान बहुत बा।
अब हमरो पहचान बहुत बा।।
रउरे इंग्लिश जनि बतियाईं
रउरे से त ज्ञान बहुत बा।।
हम सउखन मांगे चली अइनी
अईसे घर में धान बहुत बा।
इ ह देशी अउरी चूसीं
अबहीन एम्मे जान बहुत बा।।
होखब रउवा  लाट कलट्टर
मोर घरनी परधान बहुत बा।।
ए छोटुवा!निकाल ते लाठी
सरवा बनत सयान बहुत बा।।
बिना मान के मैदा माहुर
रहे प्रेम त पान बहुत बा।।

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