मुझे बहर से बाहर  बोला दुनिया ने।

बस भाटों को शायर  बोला दुनिया ने।।


जो आँखों में धूल झोंकना सीख गया

उसको ही बाज़ीगर बोला दुनिया ने।।


जो लाशों पर चलकर दिल्ली पहुँचा है

उसको कहाँ गुनहगर बोला दुनिया ने।।


जिसके ढाई आखर दुनिया पढ़ती है

उसको निपट निरक्षर बोला दुनिया ने।।


कुछ तो बात रही होगी उस सूरा में

जो उनको दीदावर बोला दुनिया ने।।


सुरेश साहनी कानपुर

9451545142

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