मुसलसल बड़े सवाल उठाए चला गया।।
लेकिन बिना जवाब बताए चला गया।।
आया था सर निगूँ तो लगा क्या करेगा वो
मक़तल में अपना सर जो उठाये चला क्या।।
मंज़िल का पता पूछने का वक़्त ही न था
मंज़िल को ही मुकाम पे लाये चला गया।।
मुसलसल बड़े सवाल उठाए चला गया।।
लेकिन बिना जवाब बताए चला गया।।
आया था सर निगूँ तो लगा क्या करेगा वो
मक़तल में अपना सर जो उठाये चला क्या।।
मंज़िल का पता पूछने का वक़्त ही न था
मंज़िल को ही मुकाम पे लाये चला गया।।
Comments
Post a Comment