कुछ हक़ीक़त भी हक़ीक़त में ख़्वाब लगते हैं।

क्या कहें हम उन्हें वो लाजवाब लगते हैं।।

नज़र झुकाते हैं मेरे सवाल पर जब वो

बड़े सलीके के उनके जवाब लगते हैं।।

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