खूब इलज़ाम लगाये हमपर।
खूब इलज़ाम लगाये हमपर।
क्या कभी देखा है हमको आकर।।
क्या कभी देखा है हमको आकर।।
बोलते हैं सभी इंशा -अल्लाह
और एतबार नहीं रत्तीभर।।
और एतबार नहीं रत्तीभर।।
जिनको इस्लाम पे एतबार नहीं
कौन समझायेगा उनको जाकर।।
कौन समझायेगा उनको जाकर।।
वो जो फैलाते हैं दहशतगर्दी
सिर्फ इब्लीस के हैं लख्ते-जिग़र।।
सिर्फ इब्लीस के हैं लख्ते-जिग़र।।
वो मुसलमां नहीं हिन्दू भी नहीं
कोई आतंकी कोई दहशतगर।।
कोई आतंकी कोई दहशतगर।।
पूरी दुनिया मेरे अल्लाह की है
पूरी दुनिया है मेरे राम का घर।।
पूरी दुनिया है मेरे राम का घर।।
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